गलवान घाटी में हुआ क्या..?
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आज दोपहर से हमने आपको यह बताना शुरू किया था कि भारतीय सेना व चीनी सेना के बीच झड़प ने उग्र रूप ले लिया जिसके बाद पहले एक कर्नल समेत 2 जवानों की शहादत की जानकारी हमने आपसे साझा की थी।
उसके बाद भारतीय सेना के 32 जवानों के लापता होने की भी सूचना मिली तथा रात होते तक 17 भारतीय सैनिकों की शहादत के समाचार के साथ यह दुखद संख्या 20 की हो गयी।
दूसरी तरफ चीन के हेलीकॉप्टर अपने घायलों तथा मृतक सैनिकों को ले जाने के लिए चक्कर लगते रहे और उन्ही की रेडियो इंटरसेप्ट से उनकी तरफ हताहतों की संख्या 43 की जानकारी प्राप्त हुई है।
इस पूरे घटनाक्रम में दोनों ओर से एक भी गोली नहीं चली और यही बात सभी को आश्चर्य में डाल रही है कि जब एक भी गोली नहीं चली तब इतने सैनिक कैसे जख्मी तथा मृत्यु को प्राप्त हो गए।
आइये समझते हैं कि वास्तव में हुआ क्या था..
चीनी सेना पीछे हट रही थी और भारतीय सेना की एक टुकड़ी (40 जवान) रूटीन सर्वलान्स पर थे और चीनी सेना के पीछे चल रहे थे..
बिना किसी उकसावे के सबसे पीछे के तीन से चार चीनी जवानों ने भारतीय सेना के कर्नल और दो सैनिकों पर औचक आक्रमण कर दिया जिसमें लोहे की रॉड और पत्थरों से हमला कर दिया जिसमें सबसे आगे चल रहे कर्नल और दोनों जवान गम्भीर रूप से घायल हो गए जिसके बाद पीछे चल रहे बाकी के 37 जवान अपने से करीब 10 गुना अधिक चीनी सैनिकों पर टूट पड़े और जबरदस्त हाँथपाई, पत्थरबाजी तथा रॉड आदि से सभी गुथमगुत्था होते चले गए।
यह लड़ाई करीब तीन घण्टे तक चली और इसमें जवानों को गम्भीर किस्म की चोट लगीं जो रात के शून्य के नीचे के तापमान के चलते जानलेवा होती चली गयी। घनघोर अंधेरा, शून्य से नीचे का तापमान और किसी भी प्रकार की कोई त्वरित चिकित्सीय सहायता उपलब्ध नहीं होने के कारण घायल हुए जवान भी शहीद होते चले गए।
कुल 40 भारतीय सैनिकों ने अपने से 10 गुना चीनी सेना (300+) को आज जो पराक्रम का परिचय दिया है इसके बाद निश्चित ही चीनी सैनिकों के भीतर भारतीय शौर्य की गूंज उन्हें चैन से सोने नहीं देगी।
आज हुई यह मुठभेड़ भारतीय सैन्य अधिकारियों के लिए भी अब चीन के साथ सदैव किसी भी स्तर की लड़ाई के साथ तैयार रहने को विवश करेगी तथा भविष्य में भारतीय सेना पूरी तरह से तैयार सचेत व सजग रहेगी।
इस घटना के बाद देश मे जबरदस्त रोष व्याप्त है और निश्चित ही राजनीतिक नेतृत्व देश की भावनाओ के अनुरूप चीन के साथ निकट भविष्य में कठोर व्यवहार करने को विवश होगा। #एडिटरडेस्कवारसमाचार✍?