দত্তাত্রেয় হোসবোলে,সৰকাৰ্যবাহ। ৰাষ্ট্ৰীয় স্বয়ংসেবক সংঘ। শ্ৰী তেগ বাহাদুৰজীৰ আত্মবলিদান । ভাৰতীয় ইতিহাসত নৱম গুৰু শ্ৰী তেগ বাহাদুৰজীৰ ব্যক্তিত্ব আৰু কৃতিত্ব এক উজ্জ্বল নক্ষত্ৰৰ দৰেই গৌৰৱময়। তেওঁ অমৃতসৰত পিতৃ গুৰু হৰগোবিন্দ জী আৰু মাতৃ নানকিজীৰ ঘৰত বাইচাখ কৃষ্ণ পঞ্চমীৰ ঘৰত জন্মগ্ৰহণ কৰিছিল। নানকশাহী বৰ্ষপঞ্জী অনুসৰি 1 মে, 2021 তাৰিখে পোহৰৰ 400 বছৰ সম্পূৰ্ণ কৰা হৈছে। যেতিয়া […]
प्रो. निरंजन सिंह कुछ समय पहले मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक लड़के से बात करते हुए कहा था कि प्रतियोगी परीक्षा में सफल होने के लिए उसे वैदिक गणित पढ़ना चाहिए. फिर नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) पर चर्चा करते हुए कहा था कि गणितीय चिंतन-शक्ति और वैज्ञानिक मानस बच्चों […]
देवेश खंडेलवाल संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना 1945 में एक अंतरराष्ट्रीय संगठन के रूप में हुई थी. जिसके प्रमुख उद्देश्यों में उसके सदस्य देशों के मध्य पारस्परिक सहयोग, शांति और मित्रतापूर्ण व्यवहार को शामिल किया गया था. इस साल यह संस्था 75 साल पूरे कर चुकी है और अगर इस समयावधि की समीक्षा करे कि […]
डॉ. मनमोहन वैद्य सह सरकार्यवाह, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जिस समय स्वर्गीय दत्तोपंत ठेंगड़ी जी ने भारतीय मजदूर संघ की स्थापना की वह साम्यवाद के वैश्विक आकर्षण, वर्चस्व और बोलबाले का समय था. उस परिस्थिति में राष्ट्रीय विचार से प्रेरित शुद्ध भारतीय विचार पर आधारित एक मजदूर आंदोलन की शुरुआत करना तथा अनेक विरोध और अवरोधों […]
॥ছাত্ৰসন্থাৰ নতুন ৰাজনৈতিক দল গঠনৰ দুঃস্বপ্ন ॥সদৌ অসম ছাত্ৰ —অসমৰ মাটিত ওপজা এটা জাতীয় অৰাজনৈতিক সংগঠন । আমাৰ জাতীয় জীৱনৰ সংকটে- সম্পদে ছাত্ৰসন্থাই জন্মলগ্নৰে পৰা অতন্দ্ৰপ্ৰহৰীৰ ভূমিকা পালন কৰা কথা সংগঠনটোৱে ডিঙিফুলাই কৈ আহিছে । আমাৰ জাতীয় ইতিহাসৰ এটা বিশেষ সন্ধিক্ষণত ছাত্ৰসন্থাই প্ৰসৱ কৰা ‘অসম গণ পৰিষদে’ আঞ্চলিকতাবাদৰ সুঁতিয়েদি এটা পৰ্যায়লৈ আগবাঢ়ি গৈ ৰাজনৈতিক অপৰিপক্কতা […]
अलकागौरी आज से 50 वर्ष पूर्व इसी महीने में एक अद्भुत स्मारक का राष्ट्रार्पण हो रहा था. एक ऐसा स्मारक जो आधुनिक भारत के इतिहास का ऐसा पहला भव्य निर्माण था जो राष्ट्रभक्त संन्यासी के लिए बनाया गया था. एक ऐसा स्मारक, जिसके निर्माण के लिए पूरा भारत एक हुआ था. एक ऐसा स्मारक, जिसके […]
नागालैण्ड राज्य दक्षिण में मणिपुर, उत्तर और पश्चिम में असम और पूर्वोत्तर में अरुणाचल प्रदेश की सीमाओं से घिरा हुआ बहुत ही रमरणीय पर्वतीय तथा मैदानी क्षेत्र है. सदियों से इस क्षेत्र में अंगामी, सेमा, तन्ग्खुल, आओ, चाखेसांग, चांग, खिआमनीउंगन, कुकी, कोन्याक, लोथा, फौम, पोचुरी, रेंग्मा, संगताम, सुमी, यिमसचुंगरू और ज़ेलिआंग आदि अनेक जन-समुदाय अपनी-अपनी […]
কৰোনোত্তৰ মানৱসমাজঃ এক নব্য জীৱনধাৰা ll চীনৰ য়ুহানৰ পৰা আতংকৰ ক’লা ডেউকা মেলি সমগ্ৰ বিশ্বত সংহাৰ আৰু সন্ত্ৰাসৰ সূচনা কৰা কৰ’না ভাইৰাছ নামৰ ক্ষুদ্ৰ অনুজীৱটোৰ সম্মুখত নিজকে বিশ্বশ্ৰেষ্ঠ প্ৰজাতি বুলি ফিতাহি মৰা মানৱকুল নিস্তেজ-নিঃসহায় হৈ আত্মসমৰ্পণ কৰা এই বিৰল পৰিঘটনাই উন্মোচিত কৰিছে সত্যস্পৰ্শিত নতুন নতুন দিশ ।সাধাৰণ দৃষ্টিৰে এই মৃত্যুস্ৰাৱী পৰিঘটনাই প্ৰকৃতিৰ প্ৰতুল প্ৰতাপ আৰু প্ৰতিশোধকেই […]
শাওণ মাহত শণি বাৰৰ মহত্ব শাওণ মাহৰ সোমবাৰৰ যিদৰে মহত্ব আছে সেইদৰে শাওণ মাহৰ শণিবাৰৰো মহত্ব আছে । কাৰোবাৰ যদি শণি গ্ৰহৰ স্থান বেয়া থাকে, জন্ম কুণ্ডলীত শণিৰ দৃষ্টি বেয়া থাকে আৰু শণি বাৰে ব্ৰত কৰাৰ কথা চিন্তা কৰিছে তেন্তে সেই ব্ৰত শাওণ মাহৰ শণিবাৰ এটাৰ পৰা আৰম্ভ কৰিব লাগে।স্কণ্ড পুৰাণৰ মতে শণিবাৰে ব্ৰত কৰিলে […]
लेख क्रमांक-1 खिलाफत आंदोलन: प्रासंगिकता और विमर्श डॉ. श्रीरंग गोडबोले खिलाफत आंदोलन (1919-1924) भारतीय मुस्लिमों के बीच उत्पन्न हुए एक तनाव का परिणाम था, जो प्रथम विश्व युद्ध के अंत में तुर्की ओटोमन साम्राज्य के विखंडन और तुर्की में खलीफा पद की समाप्ति की आशंका के परिणामस्वरूप प्रारम्भ हुआ था। खिलाफत आंदोलन की सर्वप्रमुख मांग […]
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