जयपुर. प्रभु श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का दिन मंदिरों और घरों में ही नहीं घुमंतू बस्तियों में भी धूमधाम से मनाया गया. घुमंतू जाति उत्थान न्यास की ओर से विभिन्न बस्तियों में हनुमान चालीसा पाठ, सुंदर कांड, महाआरती, दीपदान सहित विभिन्न कार्यक्रम हुए.
मुख्य आयोजन वीकेआई रोड नंबर 17 के आकेड़ा डूंगर स्थित घुमंतू जाति बस्ती में रामोत्सव के रूप में हुआ. मुख्य अतिथि घुमंतू समाज कार्य के अखिल भारतीय प्रमुख दुर्गादास जी ने रामलला के चित्रपट के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया और सभी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि पांच सौ साल के संघर्ष और बलिदान के बाद आज देश को दीपोत्सव मनाने का अवसर प्राप्त हुआ है.
विशिष्ट अतिथि निम्स यूनिवर्सिटी के निदेशक डॉ. पंकज सिंह, इंडियन फार्मासिस्ट एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष सर्वेश्वर शर्मा थे.
घुमंतू कार्य के महानगर प्रमुख राकेश शर्मा ने बताया कि राममय माहौल में हनुमान चालीसा पाठ और भजन कीर्तन के कार्यक्रम हुए. अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के विद्वानों की टोली ने नौ कुंडीय गायत्री-श्रीराम महायज्ञ में विश्व कल्याणार्थ आहुतियां अर्पित करवाई.
बस्ती के लोगों ने सपरिवार राम गायत्री महामंत्र से आहुतियां अर्पित कीं. व्यासपीठ से मनोज पारीक और उमाशंकर खंडेलवाल ने कहा कि राम इस देश के प्राण हैं. संस्कृति का आधार है. सभी ने इस अवसर पर एक बार फिर से राम राज्य लाने का संकल्प लिया. सभी लोगों को प्रसाद स्वरूप वेद माता गायत्री का चित्र, गायत्री चालीसा भेंट की. बस्ती में संचालित बाल संस्कारशाला के बच्चों को कॉपी और स्टेशनरी भेंट की. इस अवसर पर निम्स हॉस्पिटल की ओर से निःशुल्क चिकित्सा शिविर आयोजित किया गया. भगवान श्री राम के जयकारों के साथ करीब 600 लोगों ने पंगत प्रसादी ग्रहण की.