गुवाहाटी. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय शारीरिक शिक्षण प्रमुख सुनील कुलकर्णी जी ने कहा कि कुछ राजनीतिक दल और नेता, कुछ मीडिया व पत्रकारों के एक वर्ग के साथ मिलकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बारे में भ्रम फैलाकर लोगों के बीच भय फैलाते हैं. ये समूह नहीं चाहते कि राष्ट्र एकजुट हो. लेकिन इन समस्त विरोधों, अपप्रचार के बावजूद संघ 97 साल से निरंतर व्यक्ति निर्माण का कार्य कर रहा है.
सुनील कुलकर्णी जी रविवार को गुवाहाटी के चांदमारी स्थित असम इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट खेल मैदान में ‘वर्ष प्रतिपदा’ के अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ गुवाहाटी महानगर द्वारा आयोजित ‘शंखनाद’ कार्यक्रम में संबोधित कर रहे थे. पूर्ण गणवेश में स्वयंसेवकों ने कार्यक्रम में भाग लिया. स्वयंसेवकों ने घोष वादन, योग, व्यायाम आदि का प्रदर्शन किया.
महानगर संघचालक गुरुप्रसाद मेधी ने कहा कि मूल रूप से, वर्ष का शुभारंभ कल था. विभिन्न कारणों से, वर्ष की गतिविधियों को एक विशिष्ट दिन पर आयोजित नहीं किया जा सकता था. यह दिन एक बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है. इसी दिन संसार की रचना हुई थी.
सुनील जी कुलकर्णी ने कहा कि संघ को लेकर अब भी कुछ लोगों में एलर्जी है. समाज में ऐसे अज्ञानी संघ को लेकर भ्रम फैला रहे हैं. आश्चर्य होता है कि क्या देश-विदेश में ऐसा कोई संगठन नहीं है, जो टुकड़ों में बंटा हो. लेकिन इसका अपवाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ है. आज 97 साल की उम्र तक संघ के छह प्रमुख रहे हैं. लेकिन संघ का बंटवारा नहीं हुआ है, न होगा. यह उन लोगों के लिए एक आश्चर्य और रहस्य है जो इसका विरोध करते हैं. इसलिए वे बातें कहकर लोगों को भ्रमित करते हैं.
उन्होंने कहा कि कभी-कभी कहा जाता है कि संघ के शिक्षा वर्ग में बम बनाए जाते हैं, उन्हें राइफल चलाने का प्रशिक्षण दिया जाता है. लेकिन यह सब झूठ है. संघ विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से गुणवान व्यक्तियों का निर्माण करता है. वे पुण्य व्यक्ति समाज के विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रहे हैं. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ विपरीत परिस्थितियों के बावजूद और तीन साल बाद 100 साल का हो जाएगा. उदाहरण देते हुए कहा कि पिछले 97 वर्षों में से संघ किस तरह शाखाओं के माध्यम से देशभक्तों, अच्छे नागरिकों का निर्माण किया है. समाज की रक्षा के लिए स्वस्थ शरीर, स्वस्थ मानसिकता, देशभक्ति से प्रेरित युवओं की आवश्यकता है. यह वह संगठन है जो यह काम कर रहा है.
सुनील कुलकर्णी ने कहा कि संघ किसी भी धर्म, जाति या संस्कृति का विरोध नहीं करता है. लेकिन, बहुत सुनियोजित तरीके से एक वर्ग प्रोपेगेंडा फैला रहा है कि संघ मुस्लिम विरोधी, ईसाई विरोधी है. स्वयंसेवक राष्ट्र निर्माण में सक्षम लोगों को तैयार करने में लगा हुआ है. संघ की विचारधारा या प्रथाओं की गलत व्याख्या करने वालों से उन्होंने कहा, ‘चलो संघ से जुड़ते हैं, समझते हैं कि संघ क्या है, फिर जो कहना है, वह कहें. क्योंकि, संघ केवल अनुशासन के माध्यम से देशभक्तों को बनाने, अपनी कला और संस्कृति को बनाए रखने, उचित शिक्षा और दीक्षा के लिए काम करता है. यह शारीरिक, मानसिक विकास को अभिनव ऊर्जा प्रदान करने का काम करता है.
सम्मानित अतिथि के रूप में सेवानिवृत्त आईएएस, विश्व हिन्दू परिषद के पूर्वोत्तर कार्यकारी अध्यक्ष परमेश्वर दत्त ने भी प्रासंगिक भाषण दिया.