कोल्हापुर जिले में कांचनवाड़ी की लव जिहाद की घटना को लेकर के हिन्दू समाज को रोष अभी शांत नहीं हुआ था कि मंगलवार (६ जून) को शिवराज्याभिषेक दिवस पर कुछ लड़कों ने औरंगजेब और टीपू सुल्तान का महिमामंडन करते आपत्तिजनक स्टेटस लगाया. जिससे शहर का वातावरण फिर से तनावपूर्ण हो गया. तीन युवाओं को पुलिस ने जांच के लिए हिरासत लिया है. लेकिन, साथ ही पुलिस ने कुछ हिन्दू युवाओं को भी धारा 353 के तहत हिरासत में लिया है.
दोनों घटनाओं के विरोध में संपूर्ण हिन्दू समाज ने बुधवार को कोल्हापुर बंद का आह्वान किया था और समाज से स्वतःस्फूर्त प्रतिसाद भी मिला. सभी सरकारी आस्थापनाओं में गिने-चुने लोग दिखाई दिए, जबकि सभी दुकानें बंद रहीं.
आयोजकों ने सभी लोगों से सुबह ११ बजे छत्रपति शिवाजी महाराज चौक में एकत्र आने का आह्वान किया था. हजारों की संख्या में हिन्दू रोष प्रदर्शन में सम्मिलित हुए. संबंधित युवाओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर धरना प्रारंभ किया. लक्ष्मीपुरी पुलिस स्टेशन के समक्ष कार्यकर्ताओं ने लगभग तीन घंटों से अधिक समय तक नारेबाजी की. और घटना के संदिग्धों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की.
इसी बीच अकबर मोहल्ला इलाके में पथराव की घटना दर्ज हुई. फिर पत्थरबाजी शुरू हुई, जिसे नियंत्रित करने हेतु पुलिस को आँसू गैस छोड़नी पड़ी. पत्थरबाजी में दो पुलिसकर्मी भी घायल हो गए. शहर में कुल १३ स्थानों पर पत्थरबाजी हुई. शहर में स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन तनावपूर्ण बनी हुई है. इस बीच कोल्हापुर में शांति स्थापित करने हेतु प्रशासन सक्रिय हो गया. प्रशासन ने १९ जून तक धारा 144 लगाते हुए लोगों के एकत्र आने पर पाबंदी लगा दी है.
कोल्हापुर के पालकमंत्री दीपक केसरकर ने कहा कि पत्थरबाजी करने वाले और आपत्तिजनक स्टेटस रखने वाली घटना के दोषी 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. कुछ आरोपी नाबालिग हैं. पुलिस पूरी गहनता से जांच करेगी.
राजर्षि शाहू की कोल्हापुर नगरी में औरंगजेब का महिमामंडन करने वाली धर्मांध प्रवृत्तियों पर समय रहते नकेल कसनी चाहिए. राज्य में सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की किसी की हिम्मत नहीं होनी चाहिए.