असम माध्यमिक शिक्षा परिषद (SEBA) ने हाल ही में एक विज्ञप्ति जारी किया जिसमें कहा गया है कि दशवीं की बोर्ड की परीक्षा में छात्रों की रुचि की कमी के चलते संस्कृत समेत छः विषयों, गृहस्थ विज्ञान (Home Science), कृषि (Agriculture), बांस व बेंत की कला (Bamboo & Cane Technology), नृत्य (Dance), वस्त्र डिजाइनिंग (Textile Designing & Clothing) को पाठ्यक्रम के चालु होने के तीन महिने बाद अचानक बंद करने की घोषणा को लेकर लोगों में काफी आक्रोश है।
आज पूरे विश्व के लोग संस्कृत विषय में रुचि ले रहे है और इसे सीखने के लिए देश-विदेश से काफी लोग भारत आ रहे हैं वहीँ यह दैव भाषा का अपने ही देश में सरकारी तौर पर अवहेलना की जा रही है। कई संगठन तरह तरह के विरोध प्रदर्शन भी कर रहे हैं।
सरकार को चाहिए कि इन विषयों के प्रति छात्रों में रुचि बढ़ाने के लिए नए कदम उठाए ना कि इन्हे बंद करें। अगर सही मायने में पाठ्यक्रम तैयार की जाए और रुचिपूर्ण ढंग से छात्रों को प्रशिक्षित की जाए तो इन विषयों के जरिए छात्र स्वाबलंबी बन सकते हैँ।