इंदौर. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सेवा प्रमुख पराग अभ्यंकर जी ने कहा कि वर्तमान में देशभर में एक लाख पच्चीस हजार सेवा प्रकल्प संचालित हैं, जिन्हें स्वयंसेवकों द्वारा संचालित किया जा रहा है. देश में कई ऐसे नक्सल प्रभावित क्षेत्र भी हैं, जहां सेवा भारती द्वारा छात्रावासों का निर्माण कर बच्चों की अच्छी शिक्षा एवं अच्छे संस्कारों के लिए शिक्षा प्रकल्पों का संचालन किया जा रहा है. सेवा भारती द्वारा संचालित लगभग 500 छात्रावासों के माध्यम से पढ़कर 2 लाख 25 हजार छात्र छात्राएं देश भर में आज समाज जीवन में आदर्श नागरिक की भूमिका निभा रहे हैं.
पराग जी अलीराजपुर जिले के मलवाई गाँव में भीमा नायक वनांचल सेवा समिति के जीवन उमंग बालिका छात्रावास के शुभारंभ अवसर पर संबोधित कर रहे थे.
पराग जी ने कहा कि गीता जी में भगवान कृष्ण ने कहा कि भगवान सभी में है और सभी को आगे बढ़ाना ही हमारा कर्तव्य है. शहर हो या गांव, अमीर हो या गरीब, सब एक हैं. हमारे पैरों में यदि कांटा लगे तो हम उस कांटे को निकालते हैं, यह व्यवहार है. लेकिन वही कांटा किसी और को ना लगे, इसके लिए प्रयत्न करना हमारे संस्कारों पर निर्भर है.
उन्होंने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य सिर्फ नौकरी पाना ही नहीं, बल्कि अच्छे संस्कार पाकर समाज की सेवा करना भी है. शिक्षा पाकर हम सिर्फ रोजगार प्राप्त करने का ही नहीं, बल्कि रोजगार देने का भी कार्य कर सकते हैं. वर्तमान में सेवा भारती द्वारा स्थापित छात्रावासों के विद्यार्थी कई उच्च स्थान पर भी पदस्थ हैं.
सेवा समिति द्वारा अलीराजपुर जिले के ग्राम मलवाई में जीवन उमंग बालिका छात्रावास का शुभारंभ भारत माता का पूजन अर्चन कर किया गया. कार्यक्रम में विक्रम देसाई जी (समाजसेवी एवं उद्योगपति पराग टाइल्स इंदौर) ने प्रकल्प की स्थापना की भूमिका बताई. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में समाजसेवी एवं उद्योगपति उपस्थित रहे.