राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय संपर्क प्रमुख रामलाल जी ने कहा कि लोग पूछते हैं कि संघ का काम क्या है? देश के लिये अच्छा सोचना, अच्छा बोलना, देश के लिये अच्छा करना, देश के विरुद्ध बोलना नहीं, और कोई भी ऐसा कार्य नहीं करना जो देश विरुद्ध हो. देश के सामान्य व्यक्ति में भी ऐसा भाव निर्माण करना, यही संघ का कार्य है. यह देखने में छोटा लगेगा, लेकिन इससे ही देश बड़ा होगा. देश बड़ा होगा तो दुनिया में सुख-शांति होगी क्योंकि दुनिया के सभी देश अपनी सुख-शांति के प्रयत्न में लगे होते हैं. केवल भारत ही है जो सर्वे भवन्तु सुखिनः का विचार रखता है और उसी के लिये कार्य करता है. रामलाल जी गढ़मुक्तेश्वर में चल रहे २० दिवसीय संघ शिक्षा वर्ग प्रथम वर्ष के प्रकट समारोह में संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि जो लोग कहते हैं, यह देश एक नहीं हो सकता, इस देश में तो विभिन्नता है. वो संघ में आकर देखें, संघ ने एक करके बताया है, समाज कैसा होना चाहिये? इसका मॉडल संघ ने तैयार किया है. इसका तरीका डॉक्टर साहब ने बताया कि हमें किसी लाइन को छोटा नहीं करना है, हमें बड़ी लाइन खींचनी है और वह बड़ी लाइन है हिन्दुत्व, भारत माता की जय और भगवाध्वज. जब हम भगवाध्वज को देखते हैं तो अपनी संस्कृति का दर्शन अपने आप हो जाता है. जब हम भारत माता की जय बोलते हैं तो हमारे मन में प्रान्त-भाषा का भेद नहीं रहता और जब हम हिन्दू संगठन की बात करते हैं तो हमारे मन में जाति भेद, ऊंच-नीच, छुआछूत कुछ नहीं रहता, इन सबसे ऊपर हो जाता है. यही संघ है.
संघ शिक्षा वर्ग २९ मई से १९ जून तक गढ़मुक्तेश्वर के देव मैमोरियल पब्लिक स्कूल में चला. जिसमें ३४८ शिक्षार्थियों ने भाग लिया.
इस वर्ष मेरठ प्रान्त (मेरठ, मुरादाबाद, सहारनपुर मण्डल) के ८०५ कार्यकर्ताओं ने विभिन्न वर्गों में प्रशिक्षण लिया. गढ़ के अतिरिक्त धामपुर में चल रहे प्रथम वर्ष प्रशिक्षण वर्ग में २७७, रुद्रपुर में द्वितीय वर्ष सामान्य शिक्षा वर्ग में ८५, मेरठ में द्वितीय वर्ष विशेष शिक्षा वर्ग में ६२ एवं मई मास में नागपुर में सम्पन्न तृतीय वर्ष शिक्षा वर्ग में भी मेरठ प्रान्त से ३३ कार्यकर्ताओं ने प्रशिक्षण लिया.