नई दिल्ली. 60 से ज्यादा देशों के राजनयिकों ने हैदराबाद में कोरोना वैक्सीन बनाने वाली भारतीय कंपनियों का दौरा किया. विभिन्न देशों के राजनयिक भारत में विकसित और निर्मित की जा रही कोरोना वैक्सीन के बारे में जानकारी लेने के लिए वहां गए थे. इसी दौरान ऑस्ट्रेलियाई राजनयिक बैरी ओ फैरेल ने भारत की सराहना की. उन्होंने कहा कि सभी देश वैक्सीन के निर्माण में लगे हैं, लेकिन सिर्फ भारत पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन की डोज तैयार करने की क्षमता रखता है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार फैरेल ने कहा, ‘दुनियाभर के देशों में कई टीकों का उत्पादन किया जा रहा है, लेकिन सिर्फ भारत ऐसा देश है जहां नागरिकों की मांगों को पूरा करने के लिए पर्याप्त मात्रा में उत्पादन करने की क्षमता है.’
There’re many vaccines being produced in countries around the world but there’s only one country that has the manufacturing capacity to produce sufficient quantities to satisfy the demands of citizens in every country & that’s India – Australian Ambassador to India Barry O’Farrell
भारत में भूटान के राजदूत ने कहा कि भारत में टीके वे हैं जो प्रशासन और परिवहन के लिए सबसे आसान होंगे. ज्यादातर देशों को इससे फायदा होगा. भारत को भारी मात्रा में उत्पादन करने के लिए जाना जाता है, एक बार मंजूर होने के बाद इसका उपयोग किया जा सकेगा.
देश में तीन कोरोना वैक्सीन पर कार्य चल रहा है. इन तीनों वैक्सीन को भारत बायोटेक, फाइजर और सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा विकसित किया गया है. पिछले दिनों में भारत के ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया से अपनी-अपनी वैक्सीन के इमरजेंसी में उपयोग करने की अनुमति मांगी है. सरकार की तरफ से केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार कोविड-19 वैक्सीन लेने के बाद भी लोगों को दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा. मसलन मास्क लगाकर ही घर से बाहर जाना, दो गज की दूरी जैसे नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा. आने वाले दिनों में कुछ और वैक्सीन भी लाइसेंस के लिए अप्लाई कर सकती हैं.