संस्कार भारती, दिल्ली प्रांत द्वारा ‘वर्ष प्रतिपदा’ के अवसर पर सूर घाट (दिल्ली) पर ‘नववर्ष उत्सव, विक्रमी संवत 2081’ हर्षोल्लास के साथ मनाया गया.
इस अवसर पर प्रज्ञा प्रवाह के अखिल भारतीय संयोजक जे. नंदकुमार जी का सान्निध्य रहा. मुख्य अतिथि के रूप में सुप्रसिद्ध नृत्यांगना, पद्म पुरस्कार विभूषित नलिनी-कामिनी जी की उपस्थिति रही. विशिष्ट अतिथि के रूप में सांसद मनोज तिवारी और पूर्व महापौर हर्ष मल्होत्रा की उपस्थिति रही.
कार्यक्रम के प्रारंभ में प्रसिद्ध संतूर वादक अभय सोपोरी जी और उनके साथियों ने अत्यंत माथुर ध्वनि से संतूर वादन किया. अन्य कार्यक्रमों में भजन गायन, नृत्य की प्रस्तुति हुई और काव्य पाठ भी हुआ. सूर्योदय के समय उपस्थित सभी धर्म अनुरागी बंधुओं ने भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया और दीपदान किया.
जे. नंदकुमार जी ने कहा कि यह भारतीय नव वर्ष मनाने की परंपरा कोई नवीन परंपरा नहीं है. यह परंपरा युगों-युगों से चली जा रही है. हमारी भारतीय संस्कृति अत्यंत प्राचीन है. इसका अनुकरण हर सनातनी को करना चाहिए. संस्कृति का संरक्षण करना हम सभी का दायित्व है.
सुप्रसिद्ध नृत्यांगना एवं पद्मश्री नलिनी कामिनी जी ने सभी को नव वर्ष की शुभकामनाएँ दीं. विशिष्ट अतिथि सांसद मनोज तिवारी ने भजन प्रस्तुत किया और कार्यक्रम के संयोजकों को बधाई देते हुए कहा कि वास्तव में नव वर्ष हम सभी भारतीयों का उत्सव है, इसे हमें अवश्य मनाना चाहिए.
पूर्व महापौर हर्ष मल्होत्रा जी ने नव वर्ष की सभी को शुभकामनाएं दीं.
कार्यक्रम के संयोजक तथा संचालक प्रदीप गुप्ता ने कुशल संचालन किया. इस अवसर पर संस्कार भारती दिल्ली प्रांत के विभिन्न पदाधिकारी, सदस्य एवं समाज के गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे.