जम्मू. आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही सरकार व सुरक्षा एजेंसियों ने तीन आतंकियों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई की है. सुरक्षा एजेंसियों ने बारामूला ज़िले के रहने वाले 3 आतंकियों की करोड़ों की संपत्ति कुर्क की है.
रिपोर्ट्स के अनुसार, जिन आतंकियों के ख़िलाफ़ यह कार्रवाई की गई है वे लंबे समय से पाकिस्तान में बैठे हैं. वे लगातार पाकिस्तान से ही जम्मू कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने का काम करते हैं.
जम्मू कश्मीर पुलिस ने आतंक पर प्रहार करते हुए पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में छिपे 3 आतंकियों की करोड़ों रुपये की कीमत वाली 30 कनाल 15 मरला जमीन कुर्क की है. तीनों ही आतंकी उत्तरी कश्मीर संभाग के बारामूला जिले के रहने वाले हैं. तीनों आतंकियों के ख़िलाफ़ कई गंभीर मामले जम्मू कश्मीर के विभिन्न थानों में दर्ज हैं. आतंकियों के ख़िलाफ़ यह कार्रवाई उड़ी पुलिस स्टेशन में दर्ज मामले के आधार पर गई है. तीनों ही आतंकी आतंक की राह अपनाने के बाद सुरक्षाबलों से अपनी जान बचाने के लिए जम्मू कश्मीर से फ़रार होकर पाकिस्तान चले गये थे.
विभिन्न थानों में दर्ज FIR के अनुसार पुलिस ने जांच में इन संपत्तियों को अपराधियों से जुड़ा पाया था. मामले को लेकर सुरक्षाबलों ने न्यायालय का रुख़ किया, इसके बाद उड़ी सब जज ने आतंकियों से संबंधित सभी संपत्तियों की कुर्की के आदेश दिए थे. जिन आतंकियों की संपत्ति कुर्क की गई है उनमें मोहम्मद लतीफ निवासी सुल्तानदाकी (18 कनाल और 6 मरला), सदर दीन निवासी मदियान (9 मरला) और अजीज दीन निवासी सिंगतुंग गौहालन (12 कनाल) शामिल हैं. तीनों को पूर्व में ही भगोड़ा घोषित किया जा चुका है. ये काफी समय पहले कश्मीर से भाग कर पीओजेके में शरण लिए हुए हैं, और वहीं से बैठकर यहां आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने में सक्रिय हैं.
वर्ष 2023 के दौरान पुलिस और अन्य एजेंसियों ने आतंकियों और अलगाववादियों की 170 करोड़ रुपये की 99 संपत्तियां जब्त कीं थी. इसमें हुर्रियत का श्रीनगर कार्यालय और टीआरएफ के आतंकी बासित अहमद रेशी की 9.25 मरला कृषि भूमि भी शामिल है. रेशी के पाकिस्तान भाग जाने के बाद यह कार्रवाई की गई थी.