जयपुर. टोंक जिले के डिग्गी कस्बे में संत सियाराम दास बाबा की हत्या कर दी गई. सियाराम दास बाबा का शव बुधवार को सुबह भूरिया महादेव मंदिर आश्रम में मिला. बाबा की हत्या की सूचना कस्बे में आग की तरह फैल गई और वहां लोगों का भारी जमावड़ा लग गया. बाबा की हत्या की सूचना पर स्थानीय थाना पुलिस के अलावा अन्य आलाधिकारी मौके पर पहुंचे. वारदात से आक्रोशित लोगों ने डिग्गी कस्बा बंद रखने की घोषणा की है.
संत सियाराम दास बाबा (93) की हत्या मंगलवार रात की गई है. बाबा की हत्या क्यों की गई और किसने की, इसका अभी तक कोई सुराग नहीं लग पाया है. घटना की सूचना पर टोंक पुलिस अधीक्षक राजर्षि राज वर्मा भी मौके पर पहुंचे. उन्होंने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पुष्पेंद्र सिंह और पुलिस उपाधीक्षक सुशील मान के साथ घटनास्थल का निरीक्षण किया. और एफएसएल टीम को बुलाकर साक्ष्य एकत्र करवाए.
पुलिस के अनुसार, बाबा के सिर में किसी भारी नुकीली चीज से वार किया गया है. बाबा के सिर से काफी खून निकला हुआ था. संत सियाराम दास बाबा की उम्र करीब 93 साल थी. वे बीते करीब 50 साल से वहीं पर अकेले रहते थे. वे अपना खाना खुद ही बनाते थे और वहीं आश्रम में रहकर पूजा पाठ करते थे. बाबा का शव आश्रम में उनके बरामदे में पड़ा मिला था. फिलहाल शव वहीं रखा है. पुलिस ने आश्रम का करीब 500 मीटर का एरिया सील कर दिया है. पुलिस गहराई से छानबीन कर रही है. लेकिन फिलहाल कोई ठोस सुराग पुलिस के हाथ नहीं लग पाया है.
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों नवगठित डीडवाना कुचामन जिले में भी एक संत की हत्या कर दी गई थी. वहां कुचामन थाना क्षेत्र में स्थित रसाल गांव में हरिराम बाबा की बगीची के संत (महाराज) मोहनदास की निर्दयतापूर्वक हत्या कर दी गई थी. संत मोहनदास का शव मिला था, हाथ-पांव बांधे हुए थे. संत की आंखों पर भी पट्टी बंधी हुई थी. हत्या की इस घटना के बाद वहां भी लोगों में आक्रोश फैल गया था.