नई दिल्ली. पाकिस्तान में फर्जी पायलट लाइसेंस का मामला सामने आने के पश्चात विभिन्न देशों ने पाकिस्तान एयरलाइंस पर प्रतिबंध लगा दिया है. यूरोपीय संघ, संयुक्त राष्ट्र और वियतनाम के बाद अब ब्रिटेन ने भी पाकिस्तान एयरलाइंस पर प्रतिबंध की घोषणा की है. फर्जी लाइसेंस का मामला उजागर होने के पश्चात डूबती अर्थव्यवस्था वाले पाकिस्तान की सरकार को झटके पर झटके लग रहे हैं.
यूरोपियन यूनियन एविएशन सेफ्टी एजेंसी ने पाकिस्तानी इंटरनेशनल एयरलाइंस की उड़ानों पर आगामी 6 महीनों के लिए रोक लगा दी है. इस फैसले के बाद 1 जुलाई से दिसंबर 2020 तक पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के विमान यूरोप के लिए उड़ान नहीं भर सकेंगे. ब्रिटेन और यूएन ने भी तत्काल रूप से पाकिस्तान एयरलाइंस की उड़ानों पर रोक लगा दी है. यूरोपीय संघ की सुरक्षा एजेंसी ने कहा कि वह पाकिस्तानी पायलटों के लाइसेंस की वैधता को लेकर चिंतित है और ऐसे में पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार परिचालन और विमानों की देखरेख करने में सक्षम नहीं है.
बता दें कि फर्जी लाइसेंसधारी पाकिस्तानी पायलट्स की खबर सामने आने के बाद कई अन्य देश भी पाकिस्तानी एयरलाइंस पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी कर रहे हैं. संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने भी पाकिस्तान से यूएई लाइसेंस रखने वाले पायलटों की जांच करने के लिए कहा है. यूएई ने कहा है कि सरकार के कड़े फैसले से पहले पाकिस्तान से यूएई लाइसेंस रखने वाले पायलटों की जांच करके रिपोर्ट दें.
ग्लोबल एयरलाइंस संस्था आईएटीए ने अभी हाल ही में कहा था कि पाकिस्तानी अंतरराष्ट्रीय एयरलाइंस के पायलटों के लाइसेंस में अनियमितता पाई गई है. जो एयर सेफ्टी कंट्रोल में एक गंभीर चूक है. हालांकि इसके बाद पाकिस्तान ने बयान जारी करते हुए कहा था कि वह 262 एयरलाइन पायलटों को हटा रहा है, जिनकी विश्वसनीयता फर्ज़ी हो सकती है. पाकिस्तान के उड्डयन मंत्री गुलाम सरवर खान ने पाकिस्तानी संसद में कराची विमान हादसे की जाँच रिपोर्ट पेश करते हुए कहा था कि 262 पायलटों के लाइसेंस फर्जी हैं.
वियतनाम के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (सीएएवी) ने भी बीते सोमवार को एक बयान जारी करते हुए कहा था कि सीएएवी के प्रमुख ने वियतनामी एयरलाइंस के लिए काम कर रहे सभी पाकिस्तानी पायलटों को निलंबित करने का आदेश दिया है. ये निलंबन सीएएवी के अगले आदेश तक जारी रहेगा.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पाकिस्तान के सहयोगी देश कुवैत, क़तर, संयुक्त अरब अमीरात के अलावा ओमान ने भी पाकिस्तान मूल के पायलटों को फर्ज़ी लाइसेंस मामले और कोरोना वायरस की वजह से हटाने का फ़ैसला किया है.
गौरतलब है कि कराची में बीते 22 मई को एक पीआईए विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण 97 यात्रियों की मौत हो गई थी. जाँच में पता चला था कि उस विमान को चला रहे पायलटों का ठीक से प्रशिक्षित नहीं होना भी विमान हादसे की एक वजह था.