स्मारकों को तिरंगे के रंगों की रोशनी से सजाना कोरोना योद्धाओं – टीकाकरण कर्मियों, सफाई कर्मचारी, पैरामेडिकल, सहायक कर्मचारी, पुलिस कर्मियों के प्रति आभार की अभिव्यक्ति है
नई दिल्ली. भारत ने विश्व के सबसे बड़े और सबसे तेज टीकाकरण अभियान में कोरोना वैक्सीन की 100 करोड़ डोज़ देने की ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है. इस उपलब्धि पर संस्कृति मंत्रालय के अंतर्गत भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) देश भर में 100 स्मारकों को तिरंगे के रंग में रोशन किया. ऐसा कोरोना योद्धाओं के सम्मान और कृतज्ञता के प्रतीक के रूप में किया जा रहा है, जिन्होंने कोविड महामारी के खिलाफ लड़ाई में अथक योगदान दिया है.
तिरंगे के रंगों में रोशन किए जा रहे 100 स्मारकों में यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थल – दिल्ली का लाल किला, हुमायूं का मकबरा और कुतुब मीनार, उत्तर प्रदेश में आगरा का किला, और फतेहपुर सीकरी, ओडिशा में कोणार्क मंदिर, तमिलनाडु में ममल्लापुरम रथ मंदिर, गोवा में सेंट फ्रांसिस ऑफ असीसी चर्च, मध्य प्रदेश में खजुराहो, राजस्थान में चित्तौड़ और कुंभलगढ़ के किले, बिहार में प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के अवशेष और गुजरात में धोलावीरा (हाल ही में विश्व विरासत का दर्जा दिया गया) शामिल हैं.
कोरोना के खिलाफ जंग में 100 करोड़ टीकाकरण की ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करने के उपलक्ष्य और महामारी के समय निःस्वार्थ सेवा के माध्यम से देश की मदद करने वाले कोरोना योद्धाओं – टीकाकरण कर्मियों, स्वच्छता कर्मचारी, पैरामेडिकल, सहायक कर्मचारी, पुलिस कर्मियों आदि के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए 100 स्मारक 21 अक्तूबर, 2021 की रात को तिरंगे के रंगों में जगमगाते रहे.
टीकाकरण ने कोरोना के प्रसार को नियंत्रित करने और तीसरी लहर को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और कोविड-19 टीके की 100 करोड़ खुराक देने के बाद भारत चीन के साथ एक अरब खुराक देने वाला दुनिया में केवल दूसरा देश बन गया है.