मेरठ. मासिक जागरण पत्रिका #राष्ट्रदेव के विशेषांक श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण “संकल्प हुआ साकार” का आज विमोचन हुआ. मुख्य वक्ता विश्व हिन्दू परिषद के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक दिनेश चंद्र ने कहा कि भगवान श्रीराम केवल भारत के ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व के हैं. अनेक देशों में भगवान श्रीराम के मंदिर व मूर्तियां मिल जाएंगी. इसीलिए अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के साथ ही राष्ट्र मंदिर निर्माण का शुभारम्भ हो जाएगा. अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण में सभी का सहयोग जरूरी है.
शिवाजी रोड स्थित शंकर आश्रम पर राष्ट्रदेव पत्रिका विशेषांक के विमोचन कार्यक्रम के दौरान दिनेंद्र चंद्र ने कहा कि दो वर्ष में मंदिर का प्रथम तल का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा और रामलला अपने मंदिर में विराजमान होकर भक्तों को दर्शन देंगे. दूसरी व तीसरी मंजिल का कार्य चलता रहेगा.
श्रीराम जन्मभूमि मंदिर परिसर में एक विश्वव्यापी संग्रहालय का निर्माण किया जाएगा. दीवारों पर सचित्र रामायण होगी. जिसमें 492 वर्षों के 77 संघर्षों का चित्रण होगा. इसके अलावा मंदिर परिसर में माता सीता के मंदिर का भी निर्माण किया जाएगा.
भगवान श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के सहयोग के लिए 11 करोड़ से अधिक परिवारों तक संपर्क किया जाएगा. 15 जनवरी (मकर संक्रांति) से 27 फरवरी (माघ पूर्णिमा) तक यह अभियान चलाया जाएगा. यह अभियान मंदिर निर्माण के सहयोग के लिए ही नहीं, बल्कि समाज की शक्ति को जगाने के लिए है. मंदिर के प्रति सबके मन में श्रद्धापूर्वक अंशदान का भाव जगाने के लिये किया जा रहा है. श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण में मेरा भी सहयोग, यह भाव जगाने के लिए कार्यकर्ता आखिरी गांव तक जाएंगे.
कार्यक्रम के अध्यक्ष क्षेत्र कार्यकारिणी सदस्य डॉ. दर्शन लाल अरोड़ा ने कहा कि अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए हिन्दू समाज ने बहुत लंबा संघर्ष किया है. तब जाकर यह सपना साकार हुआ है. यह पूरे देश के लिए गौरव का विषय है.
राष्ट्रदेव पत्रिका के संपादक अजय मित्तल ने कहा कि श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए चार लाख हिन्दुओं ने बलिदान दिया है. श्रीराम मंदिर का निर्माण एक ऐतिहासिक अवसर है. मंदिर के निर्माण के लिए कई पीढ़ियों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया. मंदिर निर्माण के साथ ही रामराज्य का शुभारम्भ होने जा रहा है.