बूंदी. बूंदी नगर परिषद के आयुक्त ने आदेश जारी कर नवल सागर स्थित गणेश व्यायामशाला के बाहर तालाब की खुली जगह पर बिना अनुमति योग शिविर लगाने पर रोक लगा दी है. इस स्थान पर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के दिन भी योग नहीं हो सकेगा.
आयुक्त ने थानाधिकारी कोतवाली बूंदी द्वारा 19 जून को भेजे पत्र का उल्लेख करते हुए 20 जून को नोटिस जारी किया कि बूंदी शहर में नवल सागर तालाब के पास ईदगाह एवं गणेश व्यायाम शाला स्थित है. दोनों के बीच खुली जगह सरकारी भूमि है. पुलिस थाने में समुदाय विशेष द्वारा शिकायत दर्ज करवाने पर संज्ञान में आया कि गणेश व्यायामशाला गूंदी के संचालक ने 21 जून को योग एवं व्यायाम शिविर लगाने को सक्षम स्वीकृति नहीं ली है. बिना सक्षम स्वीकृति के शिविर लगाने से कानून एवं शांति व्यवस्था बिगड़ रही है. ऐसे में नोटिस द्वारा सूचित किया जाता है कि गणेश व्यायामशाला द्वारा लगाए जा रहे योग शिविर को तत्काल प्रभाव से बंद कर आयुक्त को अवगत कराएं.
गणेश व्यायामशाला के प्रतिनिधियों ने बताया कि नगर परिषद के आयुक्त द्वारा विश्व योग दिवस पर शिविर को बंद करने जैसा एकतरफा आदेश जारी कर पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाया है. इससे योग करने वाले नागरिकों की भावनाओं को ठेस पहुंची है. व्यायामशाला के संचालक ने राज्य के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा एवं गृहमंत्री को ट्विट कर मांग कि योग शिविर में बाधा डालने वाले तत्वों एवं नगर परिषद अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.
गणेश व्यायामशाला के अध्यक्ष मनीष सिंह सिसोदिया ने बताया कि प्रशासन का यह रवैया पक्षपातपूर्ण है. व्यायामशाला में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मद्देनजर 15 दिन का शिविर चल रहा था. संख्या अधिक होने के कारण कुछ लोगों को व्यायामशाला के पास खाली भूमि पर आधे घंटे के लिए योग करा रहे थे. लेकिन प्रशासन को यह भी हजम नहीं हो रहा है. हमने नगर परिषद से अनुमति भी मांगी थी, लेकिन लिखित में अनुमति नहीं दी गई. यहां आने वालों में पांच बालक कठिन योग में पारंगत है. इनमें से दो ने राज्य स्तर पर स्वर्ण और एक छात्र ने राष्ट्रीय स्तर पर ब्रांज मेडल जीता है. शिविर में दंड संचालन, मलखंभ, रस्सी मलखंभ, योगासन, प्राणायाम आदि सिखाते हैं.