लद्दाख. आईटीबीपी (भारत-तिब्बत सीमा पुलिस) ने 09 जुलाई को पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास 108 किलोग्राम सोने के साथ तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है. चीन से तस्करी कर लाए जा रहे सोने को एक-एक किलोग्राम की छड़ों में ढाला गया था, जिन पर गल्फ गोल्ड बार की मुहर लगी है.
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गिरफ्तार तस्करों से दो मोबाइल फोन, एक दूरबीन, दो चाकू, एक मशाल, केक और दही-दूध जैसे चीन निर्मित खाद्य पदार्थ भी मिले हैं. सामान को खच्चरों पर लादकर ले जाया जा रहा था. आईटीबीपी के अनुसार, यह उसके द्वारा बरामद सोने की अब तक की सबसे बड़ी खेप है.
रिपोर्ट्स के अनुसार, गर्मी के दिनों में पूर्वी लद्दाख में तस्करी की घटनाएं बढ़ जाती हैं. आईटीबीपी की 21 बटालियन के जवानों को चांगथांग उप सेक्टर में तस्करी की सूचना मिली थी. डिप्टी कमांडेंट दीपक भट के नेतृत्व में 20 जवानों के दल ने वास्तविक नियंत्रण रेखा से एक किलोमीटर की दूरी पर सिरिगापले गांव में गश्त शुरू की. खच्चरों के साथ जा रहे दो लोगों को देखा गया. उनकी गतिविधियां संदिग्ध लगीं. रुकने के लिए कहने पर वे भागने लगे.
जब सामान की तलाशी ली गई तो 108 किलोग्राम सोना और अन्य सामान बरामद हुआ. पकड़े गए तस्करों में 40 वर्षीय त्सेरिंग टार्गी व 69 वर्षीय नुरबू दोरजे लेह जिले के न्योमा क्षेत्र के रहने वाले हैं. इनसे पूछताछ के आधार पर एक अन्य तस्कर को गिरफ्तार किया गया.
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आईटीबीपी के शिविर में पूछताछ के बाद तस्करों को कस्टम विभाग के अधिकारियों के हवाले कर दिया गया. अब इन तस्करों से लद्दाख पुलिस, आइबी, स्पेशल ब्यूरो, आईटीबीपी व कस्टम विभाग की टीमें संयुक्त पूछताछ करेंगी. यह जानने की कोशिश की जा रही है कि चीन किस तरह से लद्दाख में घुसपैठ व तस्करी करवाने की साजिश रहा है.
आईटीबीपी पूर्वी लद्दाख के चिसमुले, नरबूला टाप, जकले, जकला इलाकों में घुसपैठ और तस्करी जैसी गतिविधियों पर पैनी नजर रख रहा है.