नई दिल्ली. शकूरपुर क्षेत्र के एक कोचिंग सेंटर में ट्यूटर द्वारा हिन्दू छात्रों का ब्रेन वॉश किया जा रहा था. उन पर कुरान व कलमा पढ़ने का दबाव बनाया जा रहा था. भगवान की पूजा छोड़ अल्लाह की इबादत करने को कहा जा रहा था. हिन्दू देवी देवताओं को लेकर अपशब्द कहे जा रहे थे. जब छात्र ने घर जाकर पिता को घटना की जानकारी दी तो पिता ने मामले में पुलिस में शिकायत की है.
पुलिस को दी शिकायत में छात्र के पिता ने बताया कि जब अपने बच्चे का एडमिशन कोचिंग सेंटर में कराया था, उस समय उनकी मुलाकात किसी संजय से हुई थी. बाद में पता चला कि रिजवान, अबरार, इरफान पढ़ाते हैं. उनका बच्चा जेएमडी कोचिंग में पढ़ता है और पिछले कई दिनों में घर पर उनसे कुरान के बारे में पूछता था. शुरू में उन्होंने इसे अनदेखा किया, लेकिन बाद में बच्चे ने बताया कि कोचिंग में पढ़ाने वाला रिजवान उससे बार-बार कुरान पढ़ने को कह रहा है और कलमा पढ़ने के लिए बार-बार दबाव बना रहे हैं.
कोचिंग सेंटर के शिक्षकों ने बच्चों को कहा – “तुम्हारा हिन्दू धर्म तो बकवास है. तुम्हारे देवी-देवताओं में कोई शक्ति भी नहीं है. इसलिए अब से कुरान और कलमा पढ़ना है. इसमें बहुत शक्ति है. इसी से बलवान बनोगे”.
शिकायतकर्ता के अनुसार, उन्होंने कोचिंग में फोन किया और रिजवान से बात कर पूछा – “आप बेटे को क्यों मजबूर कर रहे हैं”. इस पर रिजवान भड़क गया और गाली-गलौच शुरू कर दी. रिजवान ने गंदी गालियां दीं और धमकी भी दी.
घटना को लेकर पत्रकार स्वाति गोयल शर्मा ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर शिकायत पत्र साझा किया है. स्वाति गोयल शर्मा ने कहा, “मैंने लड़कों के पिता से बात की और सच्चाई यह है कि जिस कोचिंग सेंटर में नाबालिग हिन्दू लड़कों को इस्लाम में धर्मांतरण करवाया जा रहा है, उस कोचिंग सेंटर का नाम ‘जय माता दी है’ और इसके बोर्ड पर जेएमडी लिखा है. लड़के के पिता कहते हैं कि उन्होंने जब लड़कों का एडमिशन करवाया, उस समय संजय नामक व्यक्ति से उनकी बातचीत हुई थी. पिता को तब नहीं पता था कि ट्यूशन में रिजवान और अबरार जैसे टीचर निकलेंगे और बच्चों को धर्मांतरण के लिए मजबूर करेंगे”.