भोपाल. विश्व हिन्दू परिषद के अखिल भारतीय संगठन महामंत्री एवं निधि समर्पण अभियान के केंद्रीय सह अभियान प्रमुख विनायक राव ने कहा कि प्रभु श्रीराम हमारी राष्ट्रीयता के प्रतीक हैं और भारतीय संविधान की किताब में पहला चित्र उन्हीं का है. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र द्वारा आरंभ किए जा रहे भगवान के भव्य मंदिर निर्माण का कार्य भारत के राष्ट्रीय स्वाभिमान के जागरण का और वर्षों से होते आ रहे हिन्दू समाज के अपमान के परिमार्जन का एक पुण्य अवसर है. वे निधि समर्पण अभियान के निमित्त सुंदरवन में प्रांत पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने श्रीराम जन्मभूमि निधि समर्पण अभियान एवं जनसंपर्क अभियान के संबंध में सूचनाएं तथा कार्य योजना के संबंध में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि 1528 से अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर के लिए शुरू हुए आंदोलन की परिणति 2019 में सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के बाद पूर्णता तक पहुंची, जिसके लिए पिछले 490 वर्षों में 76 लड़ाइयां लड़ी गईं और 4 लाख रामभक्तों का बलिदान हुआ.
कहा कि इतिहास गवाह है, अनेक मुस्लिम आक्रांताओं द्वारा तोड़े गए मंदिरों का समय-समय पर परिमार्जन और पुनर्निर्माण किया जाता रहा है. इसमें शिवाजी महाराज, बाजीराव पेशवा, अहिल्याबाई होलकर जैसे अनेक महापुरुष हैं, जिन्होंने मंदिरों का पुनर्निर्माण कराया. वास्तव में इस सब के बीच विवादित ढांचा गुलामी का चिन्ह था और श्रीराम मंदिर का निर्माण वहीं होना जहां भगवान का प्राकट्य हुआ, यह हमारी धार्मिक स्वतंत्रता और सनातन हिन्दू समाज के आधारभूत सिद्धातों की सत्यता का प्रतीक है.
उन्होंने कहा कि राणा सांगा के सेनापति हसन खान की मानसिकता हर भारतीय राष्ट्रभक्त मुसलमान की होनी चाहिए, जिसने बाबर के उस प्रस्ताव को ठुकरा दिया था, जिसमें हसन खान को उसने भारत का आधा राज्य देने की बात कही थी. इसके प्रतिउत्तर में हसन खान ने कहा था कि मैं भले ही मुसलमान हूं, पर मेरी धरती यही है. तुम आक्रांता हो, इसलिए जो भी मेरी धरती पर आक्रमण करेगा, उससे मैं मुकाबला करूंगा. यह मेरा देश है.
राव ने कहा कि 22 दिसंबर, 1947 को दिल्ली के बिरला हाउस में गांधीजी ने अपने भाषण में कहा कि मोहम्मद गजनी द्वारा सोमनाथ मंदिर का विध्वंस एक जंगली काम था, मैं उसका समर्थन नहीं करता. हम अब स्वतंत्र हो गए हैं. मैं सरदार पटेल के सोमनाथ मंदिर के पुनर्निर्माण के विचार का समर्थन करता हूं.
इस दौरान मध्यप्रदेश की अभियान समिति की घोषणा की गई. जिसमें अध्यक्ष पूज्य संत अखिलेश्वरानंद जी महाराज जबलपुर, उपाध्यक्ष कांतिभाई जी इंदौर, पीताम्बर राजदेव भोपाल, लक्ष्मण सिंह जी जबलपुर, डॉ. वाणी अहलूवालिया जबलपुर, मंत्री राजेश तिवारी, सह मंत्री बृजेश सिंह, आलोक सिंह, सोहन विश्वकर्मा, कोषाध्यक्ष सुरेश जी जैन, सह कोषाध्यक्ष अशोक जी अग्रवाल रहेंगे.
उन्होंने बैठक में बताया कि निधि समर्पण अभियान के व्यापक प्रचार के लिये फ़िल्म जगत के प्रसिद्ध निर्देशक चाणक्य सीरियल के निर्माता डॉ. चंद्रप्रकाश द्विवेदी ने सिनेमा अभिनेता अक्षय कुमार के साथ मिलकर अभियान के संक्षिप्त इतिहास और भूमिका के बारे में एक वृतचित्र तैयार किया है, जो अतिशीघ्र आप सभी के समक्ष उपलब्ध होगा. इस एक दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मध्यभारत प्रांत संघचालक सतीश पिम्पलीकर मंचासीन रहे.