नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्चुअल माध्यम से फिक्की की 93वीं वार्षिक आम बैठक और वार्षिक सम्मेलन को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि भारत में आज हर क्षेत्र में हर स्टेकहोल्डर की भागीदारी बढ़ाने के लिए काम हो रहा है. इसी सोच के साथ Manufacturing से MSMEs तक, Agriculture से लेकर Infrastructure तक, Tech Industry से Taxation तक, Real Estate से Regulatory Easing तक चौतरफा रिफॉर्म्स किए गए हैं.
हमारे देश की अर्थव्यवस्था को अलग-अलग सेक्टर्स में दीवारें नहीं, ज्यादा से ज्यादा Bridges चाहिए ताकि वे एक दूसरे का सपोर्ट कर सकें. अभी हाल ही में जो Agriculture Reforms हुए हैं, वे इसी की एक कड़ी हैं. देश के एग्रीकल्चर सेक्टर को मजबूत करने के लिए बीते वर्षों में भारत में तेजी से काम किए गए हैं. आज भारत का Agricultural सेक्टर पहले से कहीं अधिक Vibrant हुआ है. मंडियों का आधुनिकीकरण तो हो ही रहा है, किसानों को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर फसल खरीदने-बेचने का भी विकल्प दिया है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के प्रति प्रत्येक नागरिक की प्रतिबद्धता निजी क्षेत्र में देश की आस्था का एक उदाहरण है. एक आश्वस्त व्यक्ति जीवन के साथ-साथ प्रशासन में दूसरों को स्थान देने में कभी नहीं हिचकिचाता है. बड़े जनादेश द्वारा समर्थित एक मजबूत सरकार उस किस्म के विश्वास और समर्पण का परिचय देती है. एक निर्णायक सरकार हमेशा दूसरों की बाधाओं को दूर करने और समाज एवं राष्ट्र के लिए योगदान करने का प्रयास करती है.
प्रधानमंत्री ने कृषि, सेवा, विनिर्माण और सामाजिक क्षेत्रों को एक दूसरे का पूरक बनाने के तरीके खोजने में ऊर्जा लगाने का आह्वान किया. फिक्की जैसे संगठन इस प्रयास में पुल और प्रेरणा दोनों बन सकते हैं. भारत के पास बाजार एवं जनशक्ति है और मिशन मोड में काम करने की क्षमता भी है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि, “सरकार नीति और नीयत के जरिए किसानों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है.” आपूर्ति श्रृंखला, शीत भंडार गृह और उर्वरक जैसे क्षेत्रों में निजी क्षेत्र की रुचि और निवेश, दोनों, की जरूरत है. ग्रामीण कृषि आधारित उद्योगों में बहुत बड़ी संभावनाएं हैं और इसके लिए एक अनुकूल नीतिगत व्यवस्था मौजूद है.
‘हाल में लॉन्च की गई पीएम-वाणी योजना के तहत देश भर में सार्वजनिक वाईफाई हॉटस्पॉट का नेटवर्क तैयार किया जाएगा. मेरा सभी उद्यमियों से आग्रह है कि रूरल व सेमी रूरल क्षेत्रों में बेहतर कनेक्टिविटी के प्रयासों में भागीदार बनें.’
‘आज का ग्रामीण भारत बहुत बड़े बदलाव के दौर से गुजर रहा है. क्या आप जानते हैं कि रूरल इंडिया में एक्टिव इंटरनेट यूजर्स की संख्या शहरों से ज्यादा हो चुकी है. देश के आधे से ज्यादा स्टार्टअप्स टियर टू व टियर थ्री शहरों में हैं.’